छुट्टियों के बीच भी AI दुनिया तेज़ है: रेगुलेटर अब “डिस्ट्रिब्यूशन गेटकीपर” के जोखिम पर सीधा फोकस कर रहे हैं, उन्नत प्रोसेस नोड की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं, और OS इकोसिस्टम AI-PC युग के लिए दोबारा डिज़ाइन हो रहा है। आज की तीन बड़ी खबरें नीचे हैं।

टिप्पणी:
मुख्य चिंता यह नहीं है कि WhatsApp AI बना रहा है, बल्कि यह है कि WhatsApp “सुपर-एंट्री” बनकर AI जोड़ते समय प्लेटफ़ॉर्म नियमों से दूसरे AI को बाहर कर सकता है।
कानूनी दृष्टि से एजेंसी की कार्रवाई का आधार मज़बूत है: बाज़ार में प्रभुत्व रखने वाली कंपनी प्रतिस्पर्धा सीमित करने वाले व्यवहार नहीं अपना सकती। यदि Meta पर “डोमिनेंस का उपयोग कर प्रतिस्पर्धियों को बाहर करने” का निष्कर्ष बनता है, तो असर केवल जुर्माने तक सीमित नहीं रहेगा—संरचनात्मक/व्यवहारिक प्रतिबंध भी लग सकते हैं, जो Meta की “AI को moat बनाने” की रणनीति को सीधे बाधित करेंगे।
Meta की दुविधा भी स्पष्ट है: उसका अपना AI बहुत मजबूत नहीं माना जाता, फिर भी उसे सपोर्ट करना होगा; पर तृतीय-पक्ष AI को जगह देने से उसके अपने AI का वितरण लाभ कमज़ोर होगा। Meta का दावा है कि तृतीय-पक्ष AI चैटबॉट सिस्टम पर ऐसा लोड डालते हैं जिसे शुरुआती डिज़ाइन संभाल नहीं सकता था। आपके हिसाब से यह दलील कितनी टिकाऊ है?
टिप्पणी:
18A को “लीडिंग” या कम से कम TSMC के बराबर साबित करने के लिए Intel को सबसे कड़े ग्राहकों से हाई-वैल्यू एंडोर्समेंट चाहिए—जैसे Nvidia या Apple। Nvidia की टेस्टिंग रोकने की खबर, Intel के लिए बाहरी भरोसे की दृष्टि से बड़ा झटका है।
तकनीकी स्तर पर 18A को Intel का टर्नअराउंड नोड माना जाता है: RibbonFET (GAA) और PowerVia (backside power) जैसी नवाचार तकनीकें सिद्धांततः ऊर्जा-दक्षता और डेंसिटी में TSMC 2nm से टक्कर दे सकती हैं।
लेकिन वास्तविक परीक्षण के बाद “pause” अक्सर संकेत देता है कि कोई क्रिटिकल मीट्रिक—यील्ड, स्थिरता, परफॉर्मेंस कंसिस्टेंसी या रैम्प टाइमलाइन—AI चिप की कठोर जरूरतों तक नहीं पहुँची।
फिर भी, pause का मतलब 18A “फेल” नहीं है। यदि खबर सही है, तो नुकसान मुख्यतः “बाहरी बैकिंग” और “टाइमलाइन की निश्चितता” को होगा—और यही Intel को अभी सबसे ज्यादा चाहिए।
टिप्पणी:
यह AI युग में OS इकोसिस्टम को पुनर्गठित करने का एक महत्वपूर्ण कदम दिखता है। Android में Gemini का एकीकरण पहले से गहरा है—ऑन-डिवाइस Gemini Nano और क्लाउड Gemini Pro के जरिए सारांश, इमेज डिस्क्रिप्शन, स्मार्ट रिप्लाई जैसी क्षमताएँ।
चुनौती इकोसिस्टम की संगतता और डेवलपर माइग्रेशन है: ChromeOS और Android के ऐप मॉडल, विंडोइंग, इनपुट और डिवाइस मैनेजमेंट में लंबे समय से अंतर रहे हैं। विलय “घोषणा से” पूरा नहीं होगा।
AI-PC लहर में Apple का M-सीरीज़ + macOS/iOS तालमेल मजबूत बंद लूप है। Google के लिए “AI + प्लेटफ़ॉर्म” को लैपटॉप/बड़े फॉर्म-फैक्टर तक एकीकृत करना जरूरी हो सकता है। आपके अनुसार यह मजबूरी है या AI युग के लिए रणनीतिक एडजस्टमेंट?